आज(27.4.18 )काउंसेलर व मोटिवेटर डॉ राजश्री राठी जी ने उन बड़ी होती हुई लड़कियों का क्लास लिया जो 11 -12 वर्ष की आयु से ही मानसिक और शारीरिक रूप से होने वाले कई प्रकार के परिवर्तन को महसूस तो करती हैं, किन्तु शर्म और संकोच की वजह से घर में किसी को कह नही पाती हैं.जिसके कारण उनमे एक प्रकार का अकेलापन धीरे -धीरे आता चला जाता है और वो अपनी इन परेशानियों का हल रोज के अख़बारों के कॉलम में, मैगजीन या फिर इंटरनेट पर ढूंढने लगती हैं. अत: उनकी ऐसी ही समस्याओं पर राजश्री जी बहुत ही स्नेहपूर्वक लम्बे समय तक उनसे खुलकर बातचीत की और उनकी समस्याओं को सुनी भी और समाधान भी बताई.